FOOTBALL FINAL PIC

Football कैसे खेलते हैं

दोस्तों में आपको इस आर्टिकल के अंदर बताने वाला हूं. कि Football Kaise Khelte Hain – Football कैसे खेलते हैं और आपको यह जानना है. तो आप हमारे इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़ें. और दोस्तों फुटबॉल के मैच में 90 मिनट का समय होता है. और फुटबॉल के मैच में 45 मिनट होते हैं. और उसके तुरंत बाद हमें एक ब्रेक मिलता है. और दोनों कप्तान मिलकर टोर्च करते हैं. और उसमें जो टॉस win करता है. और उस कप्तान को मैदान में किस तरफ से खेलना स्टार्ट करना है. और वह पसंद करने का मौका मिलता है.

FOOTBALL PIC

दोस्तों फुटबॉल का खेल ऐसा खेल है. और जिस खेल में सभी देश की टीम पार्टिसिपेट करती है. और फुटबॉल का गेम इतना सरल होता है. कि बच्चे मिलकर कोई ग्राउंड मैं बिना दिक्कत के खेल सकते हैं. मगर जो इंटरनेशनल और बड़े बड़े टूर्नामेंट हम देखते हैं. और उसके लिए बड़े ग्राउंड की रिक्वायर्ड जरूर रहती है. और फुटबॉल गेम मैं पूरी टीम मिलकर ही खेल सकती है. और फुटबॉल खेलने के लिए दो टीम का होना बहुत जरूरी है.

दोस्तों फुटबॉल में दो टीम होती है. और 2 टीम में 11-11 प्लेयर मौजूद होते हैं. और 2 टीम के अंदर एक और एक गोलकीपर मौजूद होता है. और दोनों टीम में गोलकीपर के अलावा डिफेंडर, स्ट्राइकर, मिडफील्डर मौजूद होते हैं. और फुटबॉल गेम को खेलने का यह नियम है. कि हमें सामने वाली जो टीम होती है. और उसके गोलपोस्ट में हमें बोल को डालना होता है. और गेम के दौरान हम सामने वाली टीम के गोलपोस्ट में जितने बॉल को डालते हैं. और उतने गोल जिस टीम ने बोल को गोलपोस्ट में डाला है. और उस टीम को उतने ही गोल मिलते हैं. और कोई भी टीम को सामने वाले टीम गोल को गोलपोस्ट में नहीं डाले. और उसका भी ध्यान रखना पड़ता है. और गोल को होने से रोकना भी पड़ता है. और गोल को रोकने का काम दोनों टीम में एक गोलकीपर होते हैं. और वही करते हैं.

कितने मिनट का होता है फुटबॉल मैच 

दोस्तों फुटबॉल के मैच में समय 90 मिनिट का मिलता है. और गेम शुरू होता है. और 45 मिनट के बाद दोनों टीम को ब्रेक मिलता है. और फुटबॉल का एक मैच होता है. और वह 45-45 मिनट में दो हाफ में खेलने को होता है. और यह दो जो 45-45 मिनिट का हाफ होता है. और उसमें थोड़ा एक्स्ट्रा टाइम दोनों टीम को मिलता है. और वो टाइम दोनों टीम को कितना मिलेगा. और वह रेफरी डिसाइड करता है. और आप लोगों को पता होगा. जैसे क्रिकेट में एंपायर का होना जरूरी है. और वैसे ही फुटबॉल गेम में रेफरी का होना बहुत जरूरी है. और फुटबॉल के मैच में रेफरी जो निर्णय लेता है. और वह सब को मानना पड़ता है. और क्रिकेट में जैसे थर्ड एंपायर मौजूद होता है. और वैसे ही फुटबॉल में रेफरी की हेल्प करने के लिए एक दूसरा रेफरी भी मौजूद होता है.

कैसे होता है फुटबॉल मैच में टॉस

दोस्तों जैसे क्रिकेट गेम के अंदर दोनों टीम के बीच में टॉस होता है. और वैसे ही फुटबॉल में दोनों टीम के बीच में टॉस को किया जाता है. मगर जैसे क्रिकेट में कोई भी कप्तान टॉस को win करता है. और उसके बाद बोल्डिंग या फील्डिंग चुनता है. और वैसे फुटबॉल में नहीं होता है. और फुटबॉल में कोई भी कप्तान TOSS को WIN करता है. तो उसको किस गोल पोस्ट की तरफ से खेलना है. और उसे पसंद करना होता है. और फुटबॉल मैच में आपको फुटबॉल का मैदान दो तरफा बांटा हुआ देखने को मिलता है. और मैदान में दो गोल पोस्ट देखने को मिलते हैं. और दो गोल पोस्ट को 2 टीम में बांट दिया जाता है. और कोई भी टीम सामने वाली टीम के गोलपोस्ट में गोल करती है. और उसके बाद बोल को मैदान के बीच में सेंटर लाइन पर रखना पड़ता है. और उसके बाद ही फिर से खेल स्टार्ट होता है. तो आप हमारे इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़ें. Football Kaise Khelte Hain – Football कैसे खेलते हैं

फुटबॉल खेल के नियम

स्ट्राइकर:-

दोस्तों फुटबॉल में स्ट्राइकर का काम गोल को गोलपोस्ट में डालना होता है.

डिफेंडर्स:-

दोस्तों दोनों टीम में डिफेंडर्स का काम यह होता है. कि सामने वाली टीम उनके खोल पोस्ट में गोल ना कर सके. और गोल करने के लिए आते हैं. तो उनको रोकना डिफेंडर्स का काम होता है.

मिडफिल्डर्स:-

दोस्तों मिडफिल्डर्स का काम उनकी ऑपोजिट टीम होती है. और उस टीम के लोगों के पास से बॉल को लेना होता है. और अपने टीम के खिलाड़ियों के पास उस बोल को पहुंचाना होता है. और यह काम मिडफिल्डर्स का होता है.

गोलकीपर:-

दोस्तों दोनों टीम में 1-1 गोलकीपर होते हैं. और उनका यह कार्य होता है. कि गोलपोस्ट के आगे खड़ा रहना है. और सामने वाली टीम का कोई प्लेयर गोल पोस्ट में गोल करने के लिए आए तो उस बोल को रोकना होता है.

थ्रो-इन:-

दोस्तों थ्रो-इन के अंदर एक रेखा मौजूद होती है. और जिस रेखा के बाद बोल चला जाता है. और वह बोल लास्ट जिस प्लेयर को छुआ होता है. और उसके सामने वाली टीम को एक बार बोल को किक करने का चांस मिलता है.

गोल किक:-

दोस्तों दोनों टीमें खेल रही है. और खेलते दौरान बोल सीमा रेखा होती है. और उसके दूसरी तरफ बोल चली जाती है. तो लास्ट में जिस प्लेयर ने बोल को छुआ होता है. और उसके सामने वाली टीम को एक बार किक करने का चांस मिलता है.

कॉर्नर किक:-

दोस्तों दोनों टीम अच्छी तरह से खेल रही है. और बोल सीमा रेखा के पार चली जाती है. और लास्ट में जो प्लेयर ने बॉल को टच किया होता है. और उसके सामने वाली टीम को एक बार कॉर्नर से बोल को किक करने का मौका मिलता है.

इनडायरेक्ट फ्री किक:-

दोस्तों इनडायरेक्ट फ्री किक ऑपोजिट टीम को मिलता है. जब गेम स्टार्ट है. और उस दौरान कोई प्लेयर फाउल की बॉल को सीमा रेखा के बाहर डाल देता है. और उस दौरान खेल स्टॉप हो जाता है. और उसे ही इनडायरेक्ट फ्री किक कहा जाता है.

फुटबॉल के खेल में फाउल के नियम

येलो कार्ड:-

दोस्तों फुटबॉल मैं येलो कार्ड बहुत मायने करता है. क्योंकि जब रेफरी कोई भी प्लेयर को यलो कार्ड दिखाता है. और उसका मतलब वह प्लेयर ने सामने वाली टीम के प्लेयर के साथ गलत बर्ताव किया होता है. और उसकी सजा के रूप में रैफरी उस प्लेयर को मैदान के बाहर जाने को बोलता है.

रेड कार्ड:-

दोस्तों रेफरी के द्वारा कोई भी प्लेयर को येलो कार्ड दिखाया जाता है. और उसके बाद भी वह प्लेयर सामने वाली टीम के साथ अच्छा बर्ताव नहीं करता है. तो रेफरी उसे रेड कार्ड दिखाता है. और फुटबॉल में रेड कार्ड का मतलब होता है. कि मैदान के बाहर कोई भी प्लेयर को रेफरी भेजता है. और उसके बदले में दूसरा प्लेयर कोई भी ग्राउंड में नहीं आ सकता है. और ऐसा होने की वजह से धीरे-धीरे करके उस टीम के प्लेयर की संख्या बहुत कम हो जाती है.

ऑफसाइड:-

दोस्तों फुटबॉल गेम के अंदर एक ऐसा गोल मौजूद है. और जिसे फाउल के तौर पर नहीं गिना जाता है. और वह गोल को ऑफसाइड गोल कहा जाता है. और फुटबॉल में अगर कोई प्लेयर के पास बोल नहीं है. और वह बचाव करने के लिए दूसरे प्लेयर के आगे नहीं जा सकता है. और मैंने ऊपर बताया वैसे कोई प्लेयर सामने वाली टीम के गोल पोस्ट के आसपास ऐसा करता है. तो उसे फाउल के तौर पर गिना जाता है. और इस गोल को पॉइंट में नहीं गिना जाता है.

निष्कर्ष

दोस्तों मैंने आपको इस आर्टिकल में बताया कि Football Kaise Khelte Hain – Football कैसे खेलते हैं और आपको यह आर्टिकल पढ़कर नॉलेज मिला है. तो आप इस आर्टिकल को अपने फ्रेंड या फिर अपने रिलेटिव के साथ जरूर शेयर करें. क्योंकि यह नॉलेज उन लोगों को भी मिल जाए. और आपको इस आर्टिकल में कोई भी दिक्कत का सामना करना पड़ा है. तो आप हमें नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं. और हम उस कमेंट का जवाब जरूर देंगे. और आपको इस आर्टिकल को सोशल मीडिया पर इतना वायरल कर देना है. कि आपके एक शेयर करने की वजह से बहुत लोगों का फायदा हो सके. तो मिलते हैं. अगले आर्टिकल में तब तक के लिए धन्यवाद. 

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