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आखिर 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस, जाने सच

भारत के अंदर गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय त्यौहार की तरह मनाया जाता है. जिसको हम हर 1 साल 26 जनवरी के तहत उत्साह और उमंग से मनाते हैं इस वाले दिन पर 1950 को 10:18 पर भारत का संविधान लिखा गया था. 2022 की बात करें तो,इस साल हम 70 वा गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हैं.26 जनवरी के दिन हमारे देश के राष्ट्रपति द्वारा सामूहिक तौर पर राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है और उनके द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को लाल किले पर फहराया जाता है. गणतंत्र दिवस को हम इंग्लिश में रिपब्लिक डे के तौर पर पुकारते हैं और इसे हम हिंदुस्तानी पूरे गर्व और उत्साह से मनाते हैं.

हर साल जनवरी के अंदर गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को आता ही है.26 जनवरी को हम एक बहुत बड़े लोकतंत्र के विजय के तौर पर पूर्व की तरह मनाते हैं. हमें पता है कि 15 अगस्त को हमारे देश को अंग्रेजों से आजादी मिली थी उसे तो हम धूमधाम से मनाते ही है लेकिन साथ ही साथ 26 जनवरी को भी हम पूरे उत्साह से सेलिब्रेट करते हैं. हमारे देश के अंदर चुनिंदा लोगों को ही पता होगा कि हम 26 जनवरी क्यों मनाते हैं. अगर आपको भी नहीं पता है तो चिंता की कोई बात नहीं है मैं यह पोस्ट के अंदर आपको 26 जनवरी क्यों मनाते हैं इसके बारे में संपूर्ण माहिती बताने वाला हूं.

गणतंत्र दिवस मनाने के पीछे कई सारी वजह है लेकिन तीन ऐसी कॉमन वजह है जिसके बारे में मैं आपको आज बताऊंगा.दोस्तों अगर आपको इस पोस्ट के अंत में रिपब्लिक डे क्यों मनाया जाता है इसके बारे में पता चलता है तो हमारी थोड़ी सी मदद करके आप यह पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करें.

आखिर 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?

हमारा देश 1947 में अंग्रेज के 200 साल के शासन के बाद आजाद हुआ था लेकिन उससे 7 से 8 महीने पहले ही देश आजाद होने वाला है इसके बारे में घोषणा की जा चुकी थी और हमारे देश का संविधान लिखना शुरू भी हो चुका था. हमारा नया संविधान 1935 के हमारे पुराने संविधान को देखकर बनाया गया था.

हमारे भारत देश के संविधान को बनाने के लिए करीबन 2 साल और 11 महीने और 18 दिन, यानी कि लगभग 3 साल जैसा समय लगा था. लेकिन संविधान लागू कब हुआ, इसके बारे में मैं आपको आगे बताऊंगा. संविधान बनाते समय जाहिर जनता के सामने इसको टुकड़ों टुकड़ों में पढ़ा गया और उन्हें समझाया गया. इस तरह से कुछ समय के अंतराल में इसे हमारे देश के अंदर लागू करते गए और आखिर में संविधान को 26 जनवरी 1950 के तहत लागू कर दिया गया.

इसका मतलब यह होता है कि 1947 में हमारी आजादी के लगभग ढाई साल के बाद यानी कि 26 जनवरी 1950 के तहत हमारे देश का सर्वप्रथम संविधान लागू कर दिया गया था. परंतु 26 जनवरी को हमारा संविधान कब लागू किया गया तब इसके साथ हमारे देश के लिए लोकतंत्र के लिए एक नया कोर्स बनाया गया. हमारे देश के लोकतंत्र का सिलेबस नीचे समझाया गया है.

हमारे संविधान को अगर में एक लाइन में बताना चाहो तो कुछ इस प्रकार से होगा, जनता में से जनता द्वारा और जनता के लिए चुनी हुई सरकार.यह गणतंत्र बनने के बाद भारत देश के अंदर राजा सही से बदल कर लोगों द्वारा शासित एक नया गणतंत्र बना. इसी मुख्य कारण के तहत हम 26 जनवरी को हमारे देश के अंदर गणतंत्र दिवस या फिर रिपब्लिक डे की तरह मनाते हैं, इसे अलग तौर से जनता का दिन भी कहा जाता है.

26 जनवरी के दिन हमारे देश में संपूर्ण तरह से लोकतंत्र लागू कर दिया गया था. इसके अलावा भारत देश के अंदर 26 जनवरी के दिन राष्ट्रीय ध्वज पर गाया गया था. साथ ही साथ हमारे देश का राष्ट्रगान जन गण मन को 26 जनवरी 1950 के दिन सबसे पहले अप्लाई किया गया था, वैसे तो यह गाना पहले भी गाया जाता था लेकिन इसको ऑफीशियली 26 जनवरी को राष्ट्रगान के स्वरूप में घोषित कर दिया गया था.

मित्रों इसी के साथ आपको पता चल गया होगा कि हम 26 जनवरी के दिन ही गणतंत्र दिन क्यों मनाते हैं. अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो इसे ज्यादा से ज्यादा अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर करें और अगर आपको यह पोस्ट के बारे में किसी भी प्रकार का सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में आप हमें बता सकते हैं. हम आपके सभी सवालों के जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे.

26 जनवरी पर कुछ सवाल जवाब

प्रश्न— आखिर 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों चुना गया?

उत्तर— 26 जनवरी को गणतंत्र दिन इस लिए चुना गया क्योंकि 26 जनवरी 1950 को अंग्रेजों के शासन के विरुद्ध हमारी कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पसार किया था।

प्रश्न— गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस, दोनों में क्या फर्क है?

उत्तर— गणतंत्र दिवस के दिन भारतने अपना संविधान पास किया था, जबकि स्वतंत्रता दिवस के दिन भारतने अंग्रेजों की गुलामी से आजादी पाई थी. इसलिए हर एक साल हम 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मानते है.

प्रश्न— भारत का राष्ट्रगान कौन सा है?

उत्तर— जन गण मन, रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखा हुआ

प्रश्न— हमारा राष्ट्रगीत क्या है?

उत्तर— वंदे मातरम, बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा लिखा हुआ

प्रश्न— भारतीय संविधान के निर्माण में कितना टाइम लगा था?

उत्तर— भारतीय संविधान के निर्माण 2 साल, 11 महीने और 18 दिन जितना टाइम था।

प्रश्न— 26 जनवरी, 1950 के दिन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने हमार राष्ट्रध्वज कहां फहराया था?

उत्तर— इरविन स्टेडियम (अभी मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम)

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