MAKAR FINAL PICS

मकर संक्रांति का वैज्ञानिक महत्व

दोस्तों में आपको इस आर्टिकल के अंदर बताने वाला हूं. कि Makar Sankranti Ka Vaigyanik Mahatva – मकर संक्रांति का वैज्ञानिक महत्व. और आपको यह जानना है. तो आप हमारे इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़े. और दोस्तों हम सब की फेवरेट मकर संक्रांति का महत्व तीन प्रकार से होता है. पहले नंबर पर ज्योतिष शास्त्र, दूसरे नंबर पर धार्मिक द्वारा, और तीसरे नंबर पर वैज्ञानिक तिथियों के द्वारा आदि 3 तरीके से मकर संक्रांति का महत्व होता है. और दोस्तों मकर संक्रांति आती है. उस दिन सूर्य मकर राशि के अंदर प्रवेश करता है. और मकर संक्रांति के दिन सूर्य की पूजा अर्चना करने का बहुत महत्व होता है. और सूर्य की दिशा उदय की तरफ होने की वजह से वातावरण के अंदर ठंडी की कमी कम होने लगती है. और यह सब कारणों की वजह से मकर संक्रांति का त्यौहार सभी लोगों के लिए बहुत लोकप्रिय होता है. और आपको मकर संक्रांति का वैज्ञानिक महत्व जानना है. तो आप इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़ें.

दोस्तों मकर संक्रांति को हमारे देश में क्यों धूमधाम से सेलिब्रेट करा जाता है. आपको पता है. अगर नहीं पता है. तो आप इस आर्टिकल के साथ लास्ट जुड़े रहिए. और सूर्य अपनी एक राशि को छोड़ते हुए दूसरे राशि के अंदर प्रवेश करता है. उसे ज्योतिषशास्त्र के अंदर संक्रांति से जानते हैं. और मकर संक्रांति के दिन पर सूर्य मकर राशि के अंदर जाता है. और दोस्तों एक राशि से होकर दूसरे राशि में जाने का समय 100 मास का होता है. और दोस्तों उत्तरायण के ठीक बाद सूर्य जब पौष महीने के अंदर जाता है. उस समय यह त्यौहार पूरे देश के अंदर अलग-अलग जगह पर अलग-अलग तरीके से सेलिब्रेट किया जाता है. और दोस्तों उत्तर भारत की मैं बात करूं. तो उत्तर भारत के अंदर 14 जनवरी को हर साल मकर संक्रांति धूमधाम से सेलिब्रेट की जाती है.

मकर संक्रांति को खुलता है स्वर्ग का द्वार

दोस्तों मकर संक्रांति के दिन को हमारे देश में बहुत अच्छा दिन से जाना जाता है. क्योंकि सूर्य इस दिन को दक्षिण से लेकर उत्तर की तरफ गोलार्ध की तरफ जाता है. और यह होने की वजह से हमें पता चलता है. कि देवी देवता का इस समय प्रारंभ हो रहा है. और पुरानी कहावत तो के मुताबिक मकर संक्रांति के दिन स्वर्ग का दरवाजा ओपन होता है. और इसका मतलब यह है. कि आप कोई भी दिन दान करते हैं. उसके मुताबिक मकर संक्रांति के दिन दान पुण्य करते हैं. तो यह आपको अपने जीवन में बहुत सफलता दिलाता है. और आपके जीवन को बहुत ऊंचाइयों तक ले जाता है. तो आप इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़ें. Makar Sankranti Ka Vaigyanik Mahatva – मकर संक्रांति का वैज्ञानिक महत्व.

भीष्म पितामाह ने चुना था आज का दिन

दोस्तों आप मकर संक्रांति के दिन सुबह से लेकर रात तक शुद्ध घी और कंबल को दान में देते हैं. तो आपको अपने जीवन में मोक्ष की प्राप्ति मिलती है. और महाभारत के अंदर भी बताया गया है. कि भीष्म पितामह ने अपने शरीर को छोड़ने के लिए मकर संक्रांति के त्योहार को पसंद किया था. और भगवत गीता बुक के अंदर भी ऐसा बताया गया है. कि जो व्यक्ति शुक्ल पक्ष के मुहूर्त के अंदर अपना शरीर को त्याग देता है. उसको जरूर मुक्ति मिलती है. और सूर्य के द्वारा उत्तरायण को एक तरफ से दूसरी तरफ ले जाया जाता है. जिसके कारण सभी व्यक्ति उत्तरायण को धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं.

पुराणों में मकर संक्रांति की कथा

दोस्तों श्रीमद्भागवत और देवी पुराण के आधार पर ऐसा कहा जाता है. कि शनि महाराज थे. उनको अपने पिता के साथ दुश्मनी थी. और दुश्मनी का मेन कारण यह था. कि सूर्य देव की जो माता छाया थी. उनको उनके दूसरी पत्नी के साथ यमराज को  भेदभाव करते देखा था. और गुस्से में आकर शनिदेव ने संज्ञा की हत्या कर दी. और शनि देव ने संज्ञा की पुत्री को भी संज्ञा से दूर कर दिया. और ऐसा खराब कृत्य करने की वजह से छाया और शनि देव ने सूर्य देव को रक्तपित्त का श्राप दे दिया.

मकर संक्रांति का व्यवहारिक और वैज्ञानिक कारण

दोस्तों मकर संक्रांति का वैज्ञानिक महत्व यह है. कि यह सूर्य से होकर उत्तरायण की शुरुआत होती है. जिसके कारण वातावरण के अंदर बहुतपरिवर्तन देखने को मिलते हैं. और जो लोग ठंडी के अंदर बहुत ठरे हुए थे. उनको उत्तरायण के दिन सूर्य की गर्मी लेते हुए ठंडी से छुटकारा मिलता है. और बहुत अच्छा लगता है. और दोस्तों हमारे भारत देश एक खेती प्रधान देश में गिना जाता है. और कोई भी त्यौहार आता है. और उसका सीधा संबंध खेती से होता है. और दोस्तों उत्तरायण का पर्व उसी दौरान आता है. जब खेडुत पाठ को उगाने की प्रोसेस करता है. और उसके बाद खेडुत अपने घर पर गन्ना, मक्का, फसल, मूंगफली आदि चीज को अपने घर पर लाता है. और यह सब लाने की वजह से खेडुत का घर भर जाता है. और मकर संक्रांति आती है. उस दिन उपज फसल के साथ मकर संक्रांति को सेलिब्रेट किया जाता है.

निष्कर्ष

दोस्तों मैंने आपको इस आर्टिकल के अंदर बताया कि Makar Sankranti Ka Vaigyanik Mahatva – मकर संक्रांति का वैज्ञानिक महत्व. और आपने हमारे इस आर्टिकल को लास्ट तक पढ़ा होगा. तो आपको समझ में आ गया होगा. कि मकर संक्रांति का वैज्ञानिक महत्व क्या है. और आपको यह आर्टिकल पढ़कर नॉलेज मिला है. तो आप इस आर्टिकल को अपने फ्रेंड या फिर अपने रिलेटिव के साथ जरुर शेयर करें. क्योंकि यह नॉलेज उन लोगों को भी मिल जाए. और आपको इस आर्टिकल में कोई भी दिक्कत का सामना करना पड़ा है. तो आप हमें नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं. और हम उस कमेंट का जवाब जरूर देंगे. और आपको इस आर्टिकल को सोशल मीडिया पर इतना वायरल कर देना है. कि आपके एक शेयर करने की वजह से बहुत लोगों का फायदा हो सके. तो मिलते हैं. अगले आर्टिकल में तब तक के लिए धन्यवाद.

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